
जानिए ऐसा क्या हुआ जो गांव की आत्मा को झकझोर दिया
विवेक बधेल/ जांजगीर-चांपा । ग्राम करही, थाना बिर्रा, जिला जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़— यह वही धरा है, जहां पीढ़ियों से भाईचारे, अपनत्व और परंपराओं की खुशबू फैल रह है। किंतु हाल ही की घटनाओं ने इस ग्राम की आत्मा को झकझोर दिया।
6 सितंबर 2025 को ग्राम के उपसरपंच स्व महेंद्र बघेल का लापता होना और तत्पश्चात उनकी नृशंस हत्या, समूचे गांव के लिए एक गहरी पीड़ा बनकर सामने आई। पुलिस ने अपनी सजगता और परिश्रम से इस जघन्य अपराध के दोषियों—नौ व्यक्तियों सहित एक नाबालिग—को शीघ्र ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया। किन्तु दुर्भाग्य यह रहा कि 15 सितंबर को पुनः दो निर्दोष जनों को शराब में विष मिलाकर काल के गाल में धकेल दिया गया। इस प्रकरण में भी पुलिस ने अपनी प्रतिबद्धता निभाते हुए अपराधियों को ठोस साक्ष्यों सहित ग्राम करही के ही 2 लोगों को गिरफ्तार किया है!
पुलिस की दृढ़ता और संवेदनशीलता
ऐसे कठिन और जटिल मामलों में जिस प्रकार जांजगीर-चांपा पुलिस ने सत्य को उजागर कर दोषियों को गिरफ्त में लिया, यह मेहनत दक्षता और निष्ठा का परिचायक है। खाकी वर्दी केवल कठोर अनुशासन का प्रतीक नहीं, बल्कि उसमें संवेदनशील हृदय भी धड़कता है। पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहकर पुलिस ने यह साबित किया कि न्याय केवल दंड का नहीं, बल्कि करुणा और उत्तरदायित्व का भी पर्याय है।
समाज पर गहरा प्रभाव
ग्राम करही की इन घटनाओं ने हमें एक कठोर सीख दी है— आपसी वैमनस्य, दुश्मनी, क्रोध और क्षणिक आवेश केवल विनाश का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इससे न केवल परिवार बिखरते हैं, बल्कि समाज की जड़ों तक दरार पड़ जाती है।इस घटनाक्रम में तीन लोगों ने अपनी जान गंवाई — उनके परिवार, रिश्तेदार और आश्रितजन आज गहरे दुःख और असहायता से जूझ रहे हैं।वहीं, इस प्रकरण के आरोप में गिरफ्तार 11 व्यक्तियों (जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है) के घर-परिवार भी असहनीय पीड़ा और सामाजिक कलंक का बोझ ढोने को विवश हैं।
कुल मिलाकर, इस त्रासदी ने दर्जनों परिवारों को तोड़ दिया, मासूम बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिया और पूरे समाज को आंतरिक रूप से विचलित कर दिया।
नागरिकों से अपील
जांजगीर-चांपा पुलिस ग्राम करही के प्रत्येक नागरिक से हृदय की गहराइयों से आह्वान करती है—
क्रोध की अग्नि को बुझाइए, और स्नेह का दीप प्रज्वलित कीजिए।
कानून को अपने हाथों में न लें; न्याय का मार्ग धैर्य और संयम से ही प्रशस्त होता है।
विवादों को आपसी समझ और संवाद से सुलझाइए।
गांव की एकता, सद्भाव और शांति को अक्षुण्ण बनाए रखिए।
याद रखिए— कानून की शक्ति अडिग और अटल है, वह अपराधियों को क्षमा नहीं करता। परंतु खाकी वर्दी के भीतर धड़कता हृदय कोमल भी है, जो हर निर्दोष और पीड़ित के साथ खड़ा है।
ग्राम करही के निवासी यदि आज संकल्प लें कि वे प्रेम, एकता और भाईचारे की डोर से बंधे रहेंगे, तो न केवल गांव का वर्तमान सुरक्षित होगा, बल्कि भविष्य भी उज्ज्वल और शांतिपूर्ण बनेगा।
आइए, हम सब मिलकर शांति और सौहार्द का परचम लहराएं और ग्राम करही को पुनः उस स्वरूप में लौटाएं, जहां हर घर में सुख-शांति, हर मन में विश्वास और हर संबंध में प्रेम की धारा प्रवाहित हो।