
रायगढ़। सिविल अस्पताल खरसिया में डॉक्टरों की टीम ने एक ऐसा सफल ऑपरेशन किया है, जिसने पूरे क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था पर विश्वास और मज़बूत कर दिया है। प्रसूता का जब ऑपरेशन किया गया तो चिकित्सकों ने पाया कि उसके गर्भ के अंदर दो बच्चेदानी (Uterus Didelphys) मौजूद हैं। यह स्थिति अत्यंत दुर्लभ मानी जाती है।

इस जटिल ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ. निकिता अग्रवाल (सर्जन), डॉ. सजन अग्रवाल (एनेस्थेटिस्ट), स्टाफ नर्स सुमति लोहा, हर्षिता एवं नर्सिंग टीम का अहम योगदान रहा। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने न सिर्फ इस जटिल सर्जरी को पूरा किया, बल्कि मरीज की जान बचाते हुए उसे सुरक्षित स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान किया।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, महिला के गर्भ में दो बच्चेदानी होना अत्यंत दुर्लभ स्थिति है। ऐसे मामलों में ऑपरेशन करना चुनौतीपूर्ण होता है, मगर खरसिया सिविल अस्पताल की टीम ने अपने अनुभव और समर्पण से इसे संभव कर दिखाया।
स्थानीय लोगों ने इस सफल ऑपरेशन पर खुशी जताते हुए कहा कि छोटे शहर में इतनी बड़ी उपलब्धि मिलना गर्व की बात है। यह खरसिया सिविल अस्पताल और यहां कार्यरत डॉक्टरों-नर्सिंग स्टाफ के मेहनत और सेवाभाव का प्रत्यक्ष उदाहरण है।